भक्त भाव पुष्प जय श्री हरि " श्रीहरि "तमन्ना यही है के सर को झुकालूँ तेरा दर्शन मैं जी भरके पालूँ सीवा दिल के टुकड़ों के ऐ मेरे मालिक मैं कुछ भी चढ़ाने के काबिल नहीं हूँ द्वार: हरि भक्त (भास्कर) Add Comment Click here to post a comment Cancel replyCommentName * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. श्री हरिश्री हरिबाबा बांध धाम श्री हरिश्री हरिबाबा चित्रपट श्री हरिश्री हरि चलचित्र श्री हरिश्री वचनामृत श्री हरिश्री हरि वंदना श्री हरिसंकीर्तन
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