" श्रीहरि "संवत १९४१ के फागुन मास की शुक्ल चतुर्दशी की वह तिथि होशियार पुर वासीयो के लिए ही नही वरण भारत के समस्त भागवत प्रेमियो के लिए शुभ तिथि थी क्यो की उस...
कुसुमांजलि
" श्रीहरि "दो शब्द इस जीवनी के लेखक पंडित लालता प्रसाद जी निसंदेह श्री हरि बाबा जीवन महाराज के प्रधान पार्षद हैं | इतना संचार और श्री हरि बाबा जी...
" श्रीहरि "* किसी भी देश की सच्ची संपत्ति संतजन ही होते हैं| वह जिस समय आविर्भूत होते हैं उस समय की जनता के लिए उनका आचरण ही सच्चा पथ प्रदर्शन होता...
" श्रीहरि "जन्म और बाल्यावस्था आपके पिता श्री प्रताप सिंह जी गांव में गरवाल में पटवारी थे और यही अपने परिवार सहित रहा करते थे| संवत 1940 की बात है...
" श्रीहरि " बाबूजी हमारे महाराज जी की इस अवस्था में उनके प्रधान सहयोगी थे बाबू शालग्राम जी| श्री महाराज जी आज तक उनका अत्यंत प्रेम और श्रद्धा से...
" श्रीहरि " श्री हरि बाबा जी महाराज स्मृति कुसुमांजलि पृष्ठ संख्या 141 …..स्वामी श्री आत्मानंदगिरि जी...