भक्त भाव पुष्प श्री हरि

 मन की अद्भुत रीत..

" श्रीहरि "

Զเधे👣Զเधे
!! हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे !!
 हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे !!

 मन ही मन को जानता,
 मन की मन से प्रीत..
 मन ही मनमानी करे,
 मन ही मन का मीत..
 मन झूमे मन बावरा,
 मन की अद्भुत रीत..
 मन के हारे हार है,
 मन के जीते जीत !

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