" श्रीहरि " फिर गवां में* वर्धा से चलकर आप अमरकंटक पहुंचे यह श्री नर्मदा जी का उद्गम स्थान है| बड़ा अपूर्व दृश्य था आसपास अनेकों पर्वत शिखर ऊंचाई में...
संकलनकर्ता
" श्रीहरि " हरिनाम वितरण गवां में आने पर आपकी भगवत्प्रेम लीलाएं उत्तरोत्तर बढ़ने लगीं| उन लीलाओं के द्वारा सहज ही में श्री भगवन नाम का प्रचार भी होने...
" श्रीहरि " श्री हरि बाबा जी महाराज स्मृति कुसुमांजलि पृष्ठ संख्या 141 …..स्वामी श्री आत्मानंदगिरि जी...