भक्त भाव पुष्प भाव पुष्प श्री हरि

हे मेरे हरि जी………..

" श्रीहरि "

हे मेरे हरि जी
हमे मुस्कान आपकी यादो से
मिलती हैं
दिल को राहत आपके सत्संग से
मिलती हैं
यु ही चलता रहे मेरा आप की
चोखट पर आने का
सिलसिला
दिल की धड़कन गुरु सिमरन से
चलती हैं

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