भाव पुष्प श्री हरि

सांवरिया,,,,,,,

" श्रीहरि "

सांवरिया,,,,,,,
फूल बनकर तेरे चरणो मे रहने की तमन्ना है
काजल बनकर तेरे नैनों मे समाने की
तमन्ना है
सब चीज हासिल है ज़माने की मुझे
बस अब तुझसे रूबरू होने की तमन्ना है,,,,

श्री राधे

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