वचनामृत • श्री हरि • श्री हरिबाबा जी के वचनामृत विश्वास रखना चाहिय…….. " श्रीहरि "निरन्तर दृढ़ विश्वास रखना चाहिय कि भगवान मेरे है और मै भगवान का हूँ । वे सदा ही मेरे हैं और अत्यन्त प्रिय हैं । उनके समान दूसरा प्यारा और प्यार करने वाला नहीं है। Add Comment Click here to post a comment Cancel replyCommentName * Email * Website Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment. श्री हरिश्री हरिबाबा बांध धाम श्री हरिश्री हरिबाबा चित्रपट श्री हरिश्री हरि चलचित्र श्री हरिश्री वचनामृत श्री हरिश्री हरि वंदना श्री हरिसंकीर्तन
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