" श्रीहरि "हमारी नजर में हरि के ही नजारें रहेंगे
पलकों पर हमारे वो चांद सितारे रहेंगे
अगर बदल जाये तो बदले ये जमाना
हम तो हमेशा हरि के दिवाने रहेंगे
भक्त भाव पुष्प
" श्रीहरि " तुलसी की महिमा बताते हुए भगवान शिव नारदजी से कहते हैं:- “पत्रं पुष्पं फलं मूलं शाखा त्वक् स्कन्धसंज्ञितम्। तुलसी संभवं सर्वं पावनं...
" श्रीहरि "एक गुरू का दास रोज गुरू के द्वार पर जा कर रोज गुरू को पुकारा करता था लेकिन गुरू के दर्शन नहीं कर पाता था इसलिए वह हमेशा यही सोच कर चला...
" श्रीहरि "कभी कुछ पा लिया तो रोती हूँ…
कुछ नहीं पाया तो रोती हूँ…..
बस हर आँसू से तेरे चरणों को धोती हूँ….
" श्रीहरि "जै श्री हरि:- जो भी हमने माँगा हरी ने दिया है हम सब ग़रीबों पे करम ये किया है : जो भी हमने तेरी हँसी पे बलिहारी जाऊँ दिल में उतार कर नैनों...
" श्रीहरि "卐 ll ॐ ll 卐
कभी तुमसे विलग न हो चित्त मेरा _
मैं तुमसे करूँ गुहार
दे चरणों की भक्ति सतगुरू,
तुम करो मुझपर उपकार
" श्रीहरि "नदी जब निकलती है, कोई नक्शा पास नहीं होता कि “सागर” कहां है बिना नक्शे के सागर तक पहुंच जाती है। ऐसा नहीँ है कि नदी कुछ नहीँ...
" श्रीहरि " श्री हरि गुरु वन्दना श्री गुरुदेव तुम्हारी जय हो। कृपा दृश्टि कर दो प्रभु ऐसी , मेरा जीवन मंगलमय हो।। श्री गुरुदेव दृढ़ मति हो गुरु के...
" श्रीहरि "jai ho……..jai ho…….
" श्रीहरि "hari bol
hari bol
hari bol
hari bol
hari bol
" श्रीहरि "अकेले आये थे अकेले है जाना,
न धन दौलत न रूतबा साथ जाना।
कर्म अपने और भक्ति मेरी साथ जाएगी,
गुरूदेव तेरी रहमत ही मेरे काम आएगी।
??
" श्रीहरि "
" श्रीहरि "
" श्रीहरि "
" श्रीहरि "ॐ पूंगीफ़लं महादिव्यं नागवल्ली दलैर्युतम् |
एला-चूर्णादि संयुक्तं ताम्बुलं प्रतिगृहयन्ताम् ||