" श्रीहरि "((((( शब्द ही ब्रह्म हैं ))))) एक बार स्वामी विवेकानंद एक सत्संग में भगवान् के नाम का महत्त्व बता रहे थे | तभी एक व्यक्ति ने कहा “शब्दों...
श्री हरि
" श्रीहरि "ईश्वर और सतगुरू पर यकीन रखते है,उनका बाल भी बाका नही होता है, एक राजा बहुत दिनो से पुत्र की प्राप्ती के लिये आशा लगाये बैठा था,पर पुत्र...
" श्रीहरि "रूप कहे मै सब से बड़ा दुनिया मेरी शोभा करदी पैसा कहे मै सब से बड़ा दुनिया मेरा पानी भरदी अक़्ल कहे मै सब से बड़ी जा कर बीच अदालत लडदी...
" श्रीहरि " इतनी मेहरबानी मेरे हरि बनाये रखना, जो रास्ता सही हो उसी पर चलाये रखना। ना दुखे दिल किसी का मेरे शब्दो ...
" श्रीहरि " आप जिसे चाहो अपना अंदाज़ दे देना, हक़ इतना सा मुझे आज दे देना नज़रें दुनियां की जब हमें छोड़ दें तन्हा बस उस मोड़ पर मुझे ” मै तेरे...
" श्रीहरि "सारे ठाठ दिये तूने ‘हे हरि’
और ज़रा सा दे देना
शीश झुके तेरे चरणो मे,
और कही नही झुकने देना
" श्रीहरि "भक्ति आग की तरह है सुमिरन घी की तरह
यदी तुम चाहते हो की .भक्ति की आँच धीमी
ना पड़े तो सांस सांस मे सुमिरन का घी डालते रहो |
" श्रीहरि "
" श्रीहरि "
" श्रीहरि "
" श्रीहरि "
" श्रीहरि "
" श्रीहरि "
" श्रीहरि "
" श्रीहरि "