जय श्री राधे नैनो को राधे दर्शन देना, स्वासो को मेरे सिमरन देना। हरदम तेरी भक्ति करु ऐसा मुझे जीवन देना॥ धरती के लिये है, जैसे बरखा जरूरी। भक्तो के...
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ओस की बूंदे है, आंख में नमी है.., ना ऊपर आसमां है ना नीचे जमीन है.. ये कैसा मोड है जिन्दगी का… हरि जी , एक आप ही मेरे खास हो और अापकी ही कमी...
एक गुरू का दास रोज गुरू के द्वार पर जा कर रोज गुरू को पुकारा करता था लेकिन गुरू के दर्शन नहीं कर पाता था इसलिए वह हमेशा यही सोच कर चला जाता था कि...
तेरी रहमतो के सहारे मैं पलता हूँ… तेरा ही नाम ले आगे बढ़ता हूँ तू मुझसे नजर न फेरना कभी इक तू ही हैं जिसके सहारे में चलता हूँ. ये जग रूठे तो...
हरि जी कही भी इतना आनंद नही, जितना तेरे ध्यान मे है, और इतना सुख कही नही, जितना तेरे नाम मे है, घूम ली सारी दुनिया, पर एक तू ही सच्चा लगता है, तेरी...
मैं हूँ और मेरा भगवान है! मन में तीन बातें होती हैं – द्वेष, लोभ और मोह। जो इनको कम नहीं करता, उनका मन दुर्बल एवं चञ्चल हो जाता है । उसका मन...
मैं चलता गया और रास्ते मुझे मिलते गये राह के काँटे भी फूल बनकर खिलते गये ये जादू नहीं रहमत है मेरे हरि जी की वरना उसी राह पे लाखों लोग फिसलते गये हरि...
ना करम से मिला
न अधिकार से मिला
न झूठे संसार से मिला
जो भी मुझे मिला
वो मेरे श्री हरि के दरबार से मिला
श्री हरि श्री हरि
एक इल्तज़ा है मेरी …!!! मेरे ….मेरे हरि….!! अमृत वेले उठा देना …..! चित ना भटके मेरा ……! सिमरन में मुझे बैठा देना...
“इच्छायें पूरी नही होती है तो क्रोध बढ़ता है और इच्छायें पूरी होती है तो लोभ बढ़ता है इसलिए जीवन की हर तरह की परिस्थिति में धैर्य बनाये रखना ही...