श्री हरि

श्री स्वामी जी के वचनामृत श्री हरि संत परिकर

पूज्यपाद स्वामी अखंडानंद जी महाराज का एक जाग्रत करने वाला लेख

" श्रीहरि " मैं हूँ और मेरा भगवान है! मन में तीन बातें होती हैं – द्वेष, लोभ और मोह। जो इनको कम नहीं करता, उनका मन दुर्बल एवं चञ्चल हो जाता है...

भाव पुष्प श्री हरि

रास्ते मुझे मिलते गये……………..

" श्रीहरि "मैं चलता गया और रास्ते मुझे मिलते गये राह के काँटे भी फूल बनकर खिलते गये ये जादू नहीं रहमत है मेरे हरि जी की वरना उसी राह पे लाखों लोग...

श्री आनंदमई माँ जी के वचनामृत श्री हरि संत परिकर समकालीन संस्मरण

माँ के आग्रह पर हरि बाबा जी महाराज का वापस आना….

" श्रीहरि "उस समय वहा उपस्थित डाक्टर …… के अपने शब्दो मे….. मा के आग्रह पर बाबा का वापस आना…. एक बार श्री महाराज बहुत बीमार...

बाँध धाम भक्त परिकर श्री हरि संकलनकर्ता समकालीन संस्मरण

पूज्यपाद श्रोहरि बाबा की दिनचर्या

" श्रीहरि "पूज्यपाद श्रोहरि बाबा की दिनचर्या (ब्रह्मचारी श्रीहरेकृष्ण) प्रादः ब्रह्ममुहुत्र्त दो बजकर पन्द्रह मिनट घड़ी एलार्म। दातुन आदि से निवृत्त...

भक्त परिकर भक्त भाव पुष्प भाव पुष्प श्री हरि

गुरु वन्दना

" श्रीहरि " श्री हरि गुरु वन्दना श्री गुरुदेव तुम्हारी जय हो। कृपा दृश्टि कर दो प्रभु ऐसी , मेरा जीवन मंगलमय हो।। श्री गुरुदेव दृढ़ मति हो गुरु के...

भक्त परिकर श्री हरि

ब्रह्मचारी श्रीरामस्वरूपजी

" श्रीहरि "ब्रह्मचारी श्रीरामस्वरूपजी का सेवा में आगमन  श्री महाराज जी ने एक वर्ष तक भिरावटी में ही रहने का निश्चय किया। यहाॅं अन्य कार्यक्रमो के...

भक्त परिकर श्री हरि

श्रीहरेकृष्णजी

" श्रीहरि "ब्रह्मचारी श्रीहरेकृष्णजी श्रीहरेकृष्णजी-ऊपरकहा गयी है कि नर्सिंग होम में श्रीहरेहृश्णजी आपकी सेवा में रहते थे। ब्रह्मचारी रामस्वरूपजी...

उपदेश