" श्रीहरि "
श्री हरि
" श्रीहरि "प्रश्न : आपत्ति को दूर करने का क्या उपाय है ? माँ : गुरु का उपदेश सुनो, इससे जो नष्ट होनेवाला है उसका नाश हो जायेगा और जो नष्ट होनेवाला...
" श्रीहरि "श्री मां आनंदमयी काशी के आश्रम में सत्संग कर रही थीं। बंगाल के एक शिष्य उनके पास पहुंचे। बातचीत के दौरान उन्होंने कहा, ‘मां, मैं वर्षों से...
" श्रीहरि "
" श्रीहरि "
" श्रीहरि "
" श्रीहरि "
" श्रीहरि "ईश्वर और सतगुरू
पर यकीन रखते है,
उनका बाल भी बाका नही होता है
" श्रीहरि "अवगुण मुझ में बहुत हैं ,
दोष अनन्त अपार.
जैसा तैसा हूँ प्रभु ,
करलो मुझको अपने चरणों मै स्वीकार”.
" श्रीहरि " जो भक्तों की धुन पहचान लेते है। ये घट घट वासी है , बात मन की जान लेते है! प्रेम जो करे इनसे उसे ये बहुत मान देते है। ...
" श्रीहरि "आने वाले समय मे मेरी एक बात मान लेना. तेरे दर पर आकर कही ना जाऊँ कुछ इस तरहा मुझे अपनी चौखट से बांध लेना..!! माना मेरे कर्म इतने अच्छे नही...
" श्रीहरि "भक्ति दान मोहे दिजीये
गुरु देवन के देव
और नहीं कछु चाहिए
निशिदिन तुम्हरी सेवा
" श्रीहरि "श्री गुरू चरण सरोज में
राखू अपना शीश
चाहू तुमसे मै सदा
प्रेम भक्ति बख्शीश
" श्रीहरि "चाह अगर उनकी मुस्कान की होगी तो मेरे ” हरि जी” मुस्कुराएँगे जरुर प्यार अगर दिल से करोगे तो मेरे “हरि जी” निभाएँगे...
" श्रीहरि "“सेवा और प्रार्थना” जिस प्रकार आकाश से गिरा हुआ जल किसी न किसी रास्ते से होकर समुद्र में पहुँच ही जाता है...