भाव पुष्प

भाव पुष्प श्री हरि

गुरूदेव……

" श्रीहरि " गुरूदेव के श्रीचरणों में श्रद्धा सुमन संग वंदन जिनके कृपा नीर से जीवन हुआ चंदन धरती कहती, अंबर कहते कहती यही तराना गुरू आप ही वो पावन नूर...

भाव पुष्प श्री हरि

रास्ते मुझे मिलते गये……………..

" श्रीहरि "मैं चलता गया और रास्ते मुझे मिलते गये राह के काँटे भी फूल बनकर खिलते गये ये जादू नहीं रहमत है मेरे हरि जी की वरना उसी राह पे लाखों लोग...

भक्त परिकर भक्त भाव पुष्प भाव पुष्प श्री हरि

गुरु वन्दना

" श्रीहरि " श्री हरि गुरु वन्दना श्री गुरुदेव तुम्हारी जय हो। कृपा दृश्टि कर दो प्रभु ऐसी , मेरा जीवन मंगलमय हो।। श्री गुरुदेव दृढ़ मति हो गुरु के...