श्री हरि

भक्त भाव पुष्प श्री हरि

गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु गुरुर्देवो महेश्वरः गुरुर्देव परंब्रह्मः तस्मै श्री गुरवे नमः।

" श्रीहरि "गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णु गुरुर्देवो महेश्वरः गुरुर्देव परंब्रह्मः तस्मै श्री गुरवे नमः। अज्ञानतिमिरांधस्य ज्ञानांजनशलाकया चक्षुरौन्मीलितं येन...

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आज के सुविचार भक्त भाव पुष्प श्री हरि

शतं विहाय भोक्तव्यं,….

" श्रीहरि "शतं विहाय भोक्तव्यं, सहस्रं स्नानमाचरेत् । लक्षं विहाय दातव्यं ,कोटिं त्यक्त्वा हरिँ भजेत् ।। भावार्थ– सौ काम छोड़कर भोजन करना चाहिए...

आज के सुविचार भक्त भाव पुष्प श्री हरि

किसी ने पूछा – भगवान दु:ख दूर करते हैं ?

" श्रीहरि "किसी ने पूछा – भगवान दु:ख दूर करते हैं ? साधु ने कहा -ना रे ! भगवान किसी का दुःख दूर नहीं करते ! यदि दुख ही दूर करना होता तो देते ही...

भक्त भाव पुष्प भाव पुष्प श्री हरि

हे मेरे हरि जी………..

" श्रीहरि "हे मेरे हरि जी हमे मुस्कान आपकी यादो से मिलती हैं दिल को राहत आपके सत्संग से मिलती हैं यु ही चलता रहे मेरा आप की चोखट पर आने का सिलसिला...

वचनामृत श्री आनंदमई माँ जी के वचनामृत श्री हरि

माँ आनंदमयी के साथ प्रश्नोत्तर

" श्रीहरि "माँ आनंदमयी के साथ प्रश्नोत्तर प्रश्न : आपत्ति को दूर करने का क्या उपाय है ? माँ : गुरु का उपदेश सुनो, इससे जो नष्ट होनेवाला है उसका नाश...

रासलीला श्री हरि

वृन्दावन बिहारी श्री बांके बिहारी जी का प्राकट्य उत्सव

" श्रीहरि "मार्गशीर्ष, शुक्ल पक्ष, पंचमी को ही हमारे वृन्दावन बिहारी श्री बांके बिहारी जी का प्राकट्य उत्सव मनाया जाता है. इसी दिन अप्रकट रहने वाले...

भक्त परिकर श्री हरि

मेरे हरि,,,,,,

" श्रीहरि "मेरे हरि,,,,,, लाख रख दो रिश्तो की दुनिया तराजू पर सारे रिश्ते का वजन बस आधा निकलेगा सब की चाहत एक तरफ हो जाये,फिर भी मेरे हरि का प्यार...

भक्त भाव पुष्प श्री हरि

मेरे हरि की,,,,यूंही दुनिया दीवानी नही होती…” 

" श्रीहरि "आंसू पोंछ कर मेरे हरि ने हँसाया है मुझे मेरी हर गलती पर भी मेरे  हरि ने हृदय से गाया है मुझे विश्वास क्यों न हो मुझे अपने हरि पर । मेरे...

भाव पुष्प श्री हरि

सांवरिया,,,,,,,

" श्रीहरि "सांवरिया,,,,,,, फूल बनकर तेरे चरणो मे रहने की तमन्ना है काजल बनकर तेरे नैनों मे समाने की तमन्ना है सब चीज हासिल है ज़माने की मुझे बस अब...

वचनामृत श्री हरि श्री हरिबाबा जी के वचनामृत

विश्वास रखना चाहिय……..

" श्रीहरि "निरन्तर दृढ़ विश्वास रखना चाहिय कि भगवान मेरे है और मै भगवान का हूँ । वे सदा ही मेरे हैं और अत्यन्त प्रिय हैं । उनके समान दूसरा प्यारा और...

भाव पुष्प श्री हरि

मेरे हरि

" श्रीहरि "मेरे हरि.. आप की आँखो में क्या खूब नूर होता है, आप की नजरों से कहां कोई दूर होता है.. एकबार रख दे कदम जो आप की चौखट पर, वो बार-बार आने को...

उपदेश